Akhilesh Yadav Rampur Visit: Yogi ने अखिलेश को क्यों हेलीकॉप्टर से भेजा?| Azam Khan
उत्तर प्रदेश की सियासत में आज एक बड़ी कहानी लिखी गई — अखिलेश यादव और आज़म खान की मुलाकात, लेकिन उससे भी बड़ी खबर थी — योगी सरकार ने अखिलेश को सड़क से जाने नहीं दिया। पहले से तय था कि सपा प्रमुख बरेली से सड़क मार्ग से रामपुर जाएंगे, लेकिन प्रशासन ने आखिरी वक्त में उनका रूट बदल दिया और कहा कि अगर वह सड़क से गए तो बरेली में ही रोक दिए जाएंगे। इसके बाद कई राउंड की बातचीत हुई और फैसला लिया गया कि अखिलेश को हेलीकॉप्टर से रामपुर भेजा जाएगा। इस पूरे घटनाक्रम का एक राजनीतिक संकेत भी है — योगी सरकार नहीं चाहती थी कि अखिलेश की मौजूदगी बरेली में किसी राजनीतिक हलचल को जन्म दे। जुमे की नमाज के बाद वहां की स्थिति पहले से संवेदनशील बताई जा रही थी। अखिलेश का हेलीकॉप्टर रामपुर की जौहर यूनिवर्सिटी में उतरा, जहां आजम खान ने खुद उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच करीब दो घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई, जिसमें आज़म की पत्नी या बेटा मौजूद नहीं थे। मुलाकात के बाद अखिलेश ने कहा — “आजम साहब हमारी पार्टी का दरख़्त हैं। उनके खिलाफ जो केस हुए, वो सियासी बदले की कार्रवाई है। हम सब मिलकर लड़ेंगे।” वहीं आजम खान ने कहा — “पहले आदमियत थी, अब हैवानियत भी नहीं है। अब तय करना है कि कौन अपना है और कौन नहीं।” आजम ने यह भी कहा कि उनका परिवार मुकदमों और इलाज में बिखर गया है, लेकिन रिश्तों की डोर अभी भी उतनी ही मजबूत है। धर्मेन्द्र सिंह के इस एक्सक्लूसिव विश्लेषण में जानिए — योगी सरकार ने अखिलेश को सड़क से जाने से क्यों रोका? आजम और अखिलेश की मुलाकात में क्या संकेत छिपा है? क्या यह सपा की सियासत में नए समीकरण की शुरुआत है?