प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 53 बार बिहार का दौरा कर चुके हैं। बिहार में कांग्रेस की कोई बिसात नहीं है। वे राजद के पीछे-पीछे चल रहे हैं। जब राहुल से तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने कन्नी काट ली। इससे स्पष्ट है कि वे तेजस्वी को मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं देखते हैं। उनके मन में भी कहीं न कहीं होगा कि अगर तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की बात कही तो लोगों को जंगलराज के दिन याद आ जाएंगे। इसलिए वे इन सवालों पर चुप्पी साध गए। उन्होंने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को दो सौ सीट मिलने का दावा किया। कहा इस बार चिराग की भी रोशनी मिलेगी। पिछली बार वे अलग चुनाव लड़े थे। इससे थोड़ी परेशानी तो जरूर हुई थी, लेकिन इस बार हम सब साथ हैं। तेजस्वी विपक्ष में बैठने लायक भी नहीं रहेंगे। एकजुट होकर चुनाव में उतरेगा एनडीए राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा एनडीए एकजुट होकर बिहार विधानसभा चुनाव में उतरेगा। इसमें भाजपा व जदयू के साथ लोजपा (रामविलास), पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी शामिल है। अभी सभी जिलों में एनडीए का सम्मेलन चल रहा है। इसमें बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ रही है। एनडीए सरकार में बिहार में कई बड़ी योजनाओं की स्वीकृति मिली। इसमें ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, कई एक्सप्रेस वे, मेट्रो समेत अन्य परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिल रही है। आशा, रसोइया, आंगनबाड़ी सेविका समेत कई का मानदेय बढ़ाया गया। यानी बिहार में विकास की बयार बह रही है। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष पूर्वी विवेक कुमार, पश्चिमी हरिमोहन चौधरी, पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, जिला महामंत्री मनोज तिवारी, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रभात मालाकार, भाजपा नेता देवांशु किशोर व रंजन कुमार ओझा आदि थे।