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बिजली विभाग को मुख्यमंत्री का साफ संदेश, ट्रिपिंग, ओवरबिलिंग और अनावश्यक कटौती नहीं चलेगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ऊर्जा विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में स्पष्ट शब्दों में कहा
- बिजली अधिकारियों से बोले मुख्यमंत्री, न पैसे की कमी, न बिजली की और न ही संसाधन कम, व्यवस्था सुधारें अन्यथा कार्रवाई तय
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया बिजली आपूर्ति की फील्ड रियलिटी का लेखा-जोखा, सभी डिस्कॉम से मांगी जवाबदेही*
- बिजली अब सिर्फ सेवा नहीं, आम आदमी की ज़रूरत और भरोसे से जुड़ा विषय: मुख्यमंत्री
- जून में रिकॉर्ड 31,486 मेगावाट की मांग सफलतापूर्वक पूरी, मुख्यमंत्री बोले हर मौसम में चाहिए निर्बाध बिजली
- हर उपभोक्ता को मिले समय पर सही बिल, कोई फॉल्स बिलिंग न हो; मुख्यमंत्री
- लाइन लॉस को कम से कम करने के लिए हर डिस्कॉम अपने स्तर पर ठोस प्रयास करे, ट्रांसफॉर्मर क्षमता बढ़ाने और तकनीकी सुधारों के निर्देश
- स्मार्ट मीटरिंग को ब्लॉक स्तर तक विस्तार देने का निर्देश, अब तक 31 लाख उपभोक्ता कवर
- घाटमपुर, खुर्जा, पनकी और मेजा परियोजनाओं से बिजली उत्पादन क्षमता बढ़कर 16,000 मेगावाट से अधिक होगी
- कृषि फीडरों के तेजी से पृथक्करण और सभी ट्यूबवेलों को सौर ऊर्जा से जोड़ने के निर्देश
- बढ़ती उमस (ह्यूमिडिटी) और तापमान के कारण बिजली की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ी
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ऊर्जा विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में स्पष्ट शब्दों में कहा
लखनऊ:कि प्रदेश में बिजली व्यवस्था अब केवल तकनीकी या प्रशासनिक विषय नहीं, बल्कि जनता के भरोसे और शासन की संवेदनशीलता का पैमाना बन चुकी है। उन्होंने अफसरों को दो टूक शब्दों में कहा कि ट्रिपिंग, ओवरबिलिंग और अनावश्यक कटौती अब किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी। सुधार करना ही होगा।
			
		 
				 
					
 
						

