नेपाल में हिंसा की वकालत करने वालों से सावधान, भविष्य संविधान में हैं
नेपाल में जिस तरह की हिंसा हुई है उससे नेपाल में भावी आंदोलनों का भविष्य प्रभावित होगा। हिंसा से केवल सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान नहीं होता है बल्कि आंदोलन में लोगों की भागीदारी लंबे समय के लिए घट जाती है। किसी भी आंदोलन का पहला दायित्व यह है कि वह शांतिपूर्ण है और उसकी विश्वसनीयता लंबे समय के लिए हो। जो लोग नेपाल में हुई हिंसा की तरह किसी भी देश में सपना देख रहे हैं वह बेहद शातिर लोग हैं। उन्हें नहीं पता कि मज़ाक मज़ाक में हिंसा की वकालत कर वे नई पीढ़ी को गुमराह कर रहे हैं लेकिन भारत की नई पीढ़ी इतनी बेवकूफ नहीं है। वह जानती है और वह कभी भी हिंसा का समर्थन नहीं करेगी। हिंसा की हार तय है। हमारा यह वीडियो देखिए नेपाल की जनता के नाम है। आपके काम भी आ सकती है।