Bihar Election से पहले क्या Rahul Gandhi के हाइड्रोजन बम से बचने के लिए BJP गाली को बना रही मुद्दा?
देश की राजनीति में भाषा के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की गई है। एक चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि लोकतंत्र में विरोध के कई तरीके हैं, लेकिन संवैधानिक और सामाजिक पदों पर बैठे व्यक्तियों को अपने आचरण और शब्दों की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। 2024 में कुल 1165 नफरती भाषण दर्ज किए गए, जिनमें से 1147 मुसलमानों के खिलाफ थे। यह चुनावी साल में 74.5 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है। 'Human Rights Watch' की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री ने कुल 173 भाषण दिए, जिनमें से 110 में मुसलमानों के खिलाफ टिप्पणियां की गईं। एक वक्ता ने प्रधानमंत्री के बयान का जिक्र किया: 'तुम्हारी भैंसे चुरा ले जाएंगे, मंगलसूत्र छीन लेंगे बहन बेटियों को उठा ले जाएंगे चार कमरे का मकान है तो दो कमरे छीन लेंगे।' इस तरह के 'घटिया प्रयोग' करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की मांग की गई है। बिहार में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई का भी उल्लेख किया गया।