- 
	
	
		AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों बिहार के सीमांचल क्षेत्र के दौरे पर हैं, जहाँ किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार जैसे मुस्लिम बहुल जिलों में उनका जनसंपर्क अभियान जारी है। पूर्णिया के बायसी में जुमे की नमाज़ के दौरान मस्जिद परिसर में मौजूद युवाओं और बुजुर्गों ने ओवैसी को ‘दबंग नेता’ बताया, और कहा कि वह सीमांचल की आवाज़ हैं, न कि कोई बाहरी चेहरा। स्थानीय लोगों ने कहा कि जब हर समाज का नेता है, तो 19% मुस्लिम आबादी का भी नेता होना चाहिए, और ओवैसी को बाहरी कहने वालों की बात बौखलाहट है। 2020 में AIMIM के पांच विधायक जीतने के बाद चार के दल बदल को ‘गद्दारी’ बताया गया, और कहा गया कि अख्तरुल इमाम जैसे नेता ही सीमांचल की असली लड़ाई लड़ रहे हैं। घुसपैठ के मुद्दे पर लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सीमांचल को बदनाम करने की साजिश हो रही है, जबकि वास्तविक समस्या रोजगार, शिक्षा और विकास की है। BPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली, बेरोजगारी और महंगाई को लेकर भी लोगों ने नाराज़गी जताई, और कहा कि GST और चुनावी घोषणाओं से जनता को भ्रमित किया जा रहा है। महागठबंधन को लेकर राय बंटी हुई है, लेकिन AIMIM समर्थकों ने साफ कहा कि उनका भरोसा सिर्फ ओवैसी पर है, और वोट से जवाब देने का संकल्प लिया है।
		
			September 26, 2025		 
 
 
	 
	
	
	  
		
	
	
	 
 
	error: Content is protected !!