संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन घमासान! विपक्ष ने सरकार से तीन सवाल पूछे — 1. पहलगाम आतंकी हमले में चूक की जवाबदेही कौन लेगा? 2. ऑपरेशन सिंदूर पर विजय उत्सव मनाना क्या शहीदों और मृतकों के परिजनों का अपमान नहीं? 3. डोनाल्ड ट्रंप ने 24 बार दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान सीजफायर करवाया — क्या सरकार इस पर चुप रहेगी? राहुल गांधी ने संसद में बोलने की कोशिश की, लेकिन माइक बंद कर दिया गया। प्रमोद तिवारी ने नियम 267 के तहत चर्चा की मांग की। मल्लिकार्जुन खड़गे ने दो टूक कहा — “हमने सरकार को बिनाशर्त समर्थन दिया, अब जवाब दें!” कांग्रेस की प्रणीति शिंदे ने कहा — “चार आतंकी अब भी फरार हैं। ऑपरेशन सिंदूर पर विजय उत्सव मनाना भारतीय लोकतंत्र का काला दिन है।” क्या मोदी सरकार सचमुच जवाब से भाग रही है? क्या संसद में सवाल पूछना अब अपराध हो गया है?
 
				 
					
 
						

