हरियाणा भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और मुस्लिम बुद्धिजीवियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में गुजरात से आए जुबैर गोपलानी भी शामिल हुए, जिन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। बैठक के बाद जुबैर गोपलानी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह ‘प्यार की बात’ थी और गलतफहमियों को दूर करने का प्रयास किया गया। उन्होंने जोर दिया कि एक बैठक से सब कुछ हल नहीं होता, बल्कि यह एक ‘सिलसिला’ है जो धीरे-धीरे चलेगा और आपसी गलतफहमियां दूर होंगी, जिससे देश आगे बढ़ेगा। गोपलानी ने बंद कमरे में हुई बातचीत का विवरण साझा करने से इनकार कर दिया, लेकिन यह स्पष्ट किया कि शिकायतें बताई गई हैं और परिणाम जल्द सामने आएंगे। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हेमंत शर्मा के मुस्लिम आबादी पर दिए गए बयान को ‘राजकीय ज्योतिषाचार्य’ की राजनीतिक बयानबाजी करार दिया। इस बैठक में देशभर से लगभग 60 मुस्लिम बुद्धिजीवी और मौलवी शामिल हुए, जिसका उद्देश्य सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है। यह संवाद दोनों समुदायों के बीच समझ बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस बैठक में गुजरात से आए जुबैर गोपलानी भी शामिल हुए, जिन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। बैठक के बाद जुबैर गोपलानी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह ‘प्यार की बात’ थी और गलतफहमियों को दूर करने का प्रयास किया गया। उन्होंने जोर दिया कि एक बैठक से सब कुछ हल नहीं होता, बल्कि यह एक ‘सिलसिला’ है जो धीरे-धीरे चलेगा और आपसी गलतफहमियां दूर होंगी, जिससे देश आगे बढ़ेगा। गोपलानी ने बंद कमरे में हुई बातचीत का विवरण साझा करने से इनकार कर दिया, लेकिन यह स्पष्ट किया कि शिकायतें बताई गई हैं और परिणाम जल्द सामने आएंगे। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हेमंत शर्मा के मुस्लिम आबादी पर दिए गए बयान को ‘राजकीय ज्योतिषाचार्य’ की राजनीतिक बयानबाजी करार दिया। इस बैठक में देशभर से लगभग 60 मुस्लिम बुद्धिजीवी और मौलवी शामिल हुए, जिसका उद्देश्य सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है। यह संवाद दोनों समुदायों के बीच समझ बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है
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