आतंकवादियों का धर्म देखकर दुखी मत..’,
Akhilesh Yadav पर बरसे Amit Shah
 जम्मू कश्मीर में 22 मई 2025 को हुए Pahalgam आतंकी हमले के तीनों गुनहगारों को मार गिराया गया है। सेना, CRPF और जम्मू कश्मीर पुलिस ने ‘Operation Mahadev’ के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया। 22 मई 2025 को हमले के बाद उसी रात सुरक्षा मीटिंग हुई थी। IB से 22 मई को ही Dachigam क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। 22 जुलाई को सेंसर्स से आतंकियों की पुष्टि हुई और 28 जुलाई को ऑपरेशन में सुलेमान उर्फ फैजल झट, अफगान और जिब्रान नाम के तीनों आतंकी मारे गए। घटनास्थल से M9 अमेरिकन राइफल और दो AK-47 राइफलें मिलीं। चंडीगढ़ सेंट्रल FSL की बैलिस्टिक रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि इन्हीं राइफलों से निर्दोष नागरिकों की हत्या हुई थी। NIA ने मामले की जांच की, जिसमें 1055 लोगों से 3000 घंटे से अधिक पूछताछ हुई। आतंकियों को शरण देने वाले बशीर और परवेश को गिरफ्तार किया गया है। एक बयान में कहा गया कि “मोदी जी ने Operation Sindoor से भेजने वालों को भी मारा और हमारे सुरक्षा बलों ने जिनको भेजा था, उनको भी मारा और ऐसा सबक सिखाया है कि आने वाले कई दिनों तक कोई ऐसी हिम्मत कर पाएगा।” यह सेना, CRPF और जम्मू कश्मीर पुलिस की साझा कामयाबी है
जम्मू कश्मीर में 22 मई 2025 को हुए Pahalgam आतंकी हमले के तीनों गुनहगारों को मार गिराया गया है। सेना, CRPF और जम्मू कश्मीर पुलिस ने ‘Operation Mahadev’ के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया। 22 मई 2025 को हमले के बाद उसी रात सुरक्षा मीटिंग हुई थी। IB से 22 मई को ही Dachigam क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। 22 जुलाई को सेंसर्स से आतंकियों की पुष्टि हुई और 28 जुलाई को ऑपरेशन में सुलेमान उर्फ फैजल झट, अफगान और जिब्रान नाम के तीनों आतंकी मारे गए। घटनास्थल से M9 अमेरिकन राइफल और दो AK-47 राइफलें मिलीं। चंडीगढ़ सेंट्रल FSL की बैलिस्टिक रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि इन्हीं राइफलों से निर्दोष नागरिकों की हत्या हुई थी। NIA ने मामले की जांच की, जिसमें 1055 लोगों से 3000 घंटे से अधिक पूछताछ हुई। आतंकियों को शरण देने वाले बशीर और परवेश को गिरफ्तार किया गया है। एक बयान में कहा गया कि “मोदी जी ने Operation Sindoor से भेजने वालों को भी मारा और हमारे सुरक्षा बलों ने जिनको भेजा था, उनको भी मारा और ऐसा सबक सिखाया है कि आने वाले कई दिनों तक कोई ऐसी हिम्मत कर पाएगा।” यह सेना, CRPF और जम्मू कश्मीर पुलिस की साझा कामयाबी है
 
				 
					
 
						
